आपदा प्रबंधन
आपदाएं प्रगति में बाधा डालती हैं तथा बड़ी मेहनत और यत्नपूवर्क किए गए विकास संबंधी प्रयासों के फल को नष्ट कर देती हैं और प्रगति की ओर अग्रसर हो रहे राष्ट्रों को कई दशक पीछे धकेल देती हैं। अत: हाल के समय में भारत में और विदेशों में आपदाओं के घटित होने पर ही कारवार्ई करने की बजाय उनके कुशल प्रबंधन की ओर अधिक ध्यान दिया गया है। इसका कारण आपदाओं की बारम्बारता में वृद्धि और तीव्रता की बात को इसी प्रकार स्वीकार करना है क्योंकि अब यह मान लिया गया है कि जिम्मेदार और सिविल समाज में सुशासन के लिए आपदाओं के विनाशकारी प्रभाव से प्रभावी रूप से निपटने की आवश्यकता है।
- बाढ़ आपदा रिपोर्ट २०१७ सुलतानपुर (पीडीएफ १.०२ एम बी )